प्रयागराज, सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान ने जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, पेड़ पौधे संरक्षण, पशु संरक्षण, पक्षी संरक्षण, मानव संरक्षण के साथ समाज के हित में अनेक पहलुओं पर जागरूकता अभियान शुरू किया यह अभियान एक महीना लगातार चलेगा । पॉलिथीन मुक्त भारत के साथ मानव हित पशु पक्षी हित के लिए कई विषय पर जागरूकता जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। संस्था की अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा डॉक्टर रश्मि शुक्ला ने कहा कि नव संवत्सर 2080 22 मार्च से प्रारंभ हो रहा है। ऊर्जा का आवाहन करने वाले पावन बसंती नवरात्रि की उर्जा सभी से फैल रही है।
हर ओर नव संवत्सर का संदेश यही है प्रकृति से तारतम्य बनाते चलना है। देवी के स्वरूप पूजनीय तो है ही लेकिन सार्थक तभी होंगे जब हम जीवन को उनका अनुकरणीय उदाहरण बना ले।सशक्त स्त्री सबल स्त्री के सक्रियता से निकलेगी नवीन और ऊर्जा संयुक्त राह। माहे रमज़ान और नवरात्र दोनों साथ-साथ शुरू हो रहे हैं । यही अनेकता में एकता है। नव संकल्प के साथ नव वर्ष का भी आरंभ हो रहा है।
चाहे लाख पत्तियां झड़ जाए पेड़ खड़ा रहता है हार नहीं मानता है वह नए जीवन और बाहर की आस में खड़ा रहता है जल्दी इसमें नई पत्तियां आनी शुरू हो जाती हैं। हमारे जीवन में कुछ ऐसे ही खराब पल आते हैं तो इसका मतलब अंत नहीं बल्कि यह कुछ नया प्रारंभ होने का संकेत होता है। जब खराब वक्त या बदलाव का समय होता है तो हम यहां वहां प्रेरणा तलाशते हैं जब यह नहीं मिलती तो हताश हो जाते हैं प्रेरणा कुछ पढ़ने और केवल देखने के बजाय करने से यानी आपके प्रयासों से मिलती है। इसी प्रकार हमको जल का संरक्षण , पर्यावरण संरक्षण वायु संरक्षण करना है। पशु -पंक्षी का संरक्षण करना है बालक- बालिका का संरक्षण करना है।
अपनी संस्कृति का संरक्षण करना है संस्कार का संरक्षण करना है इस प्रकार अनेक संकल्प के साथ हमें आगे बढ़ना है इस कार्यक्रम में नीलिमा ने जल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। शोभा ने सुंदर सा प्राकृतिक गीत गाया। सभी ने एक-दूसरे को नववर्ष की साथ में रोजा की शुभकामना दी।अंत में सब ने एक दूसरे को अबीर लगाया। गले मिले होली पर्व साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी मनाया। इस कार्यक्रम में सी ऐ श्री सुधीर कुमार शुक्ला, अनुश्री शुक्ला, चित्रांगद शुक्ला, ज्योति, विद्या, समीना, इंदिरा छाया, डॉली, सुमन, शकीला ,अन्नपूर्णा, मोंटू ,सिंपल, नीतू ,शालू ,शैैल्वी, उजमा आदि अनेक माननीय को सम्मानित किया। सभी ने अपने अपने विचार रखें कार्यक्रम का समापन गीत संगीत से हुआ। सब ने अनेक व्यंजन से युक्त जलपान को ग्रहण किया। सब ने एक-दूसरे को माहे रमज़ान और चैत्र नवरात्रि की शुभकामना दी।