प्रयागराज , राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारत-रत्न राजीव गांधी ने देश की एकता और शांति के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया । वे विश्व नेता थे । रविवार को प्रातः आनंद भवन में जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के सदस्यों द्वारा 32वें शहादत दिवस आतंकवाद विरोध दिवस पर दिवंगत नेता के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया गया ।
श्रद्धांजलि सभा में तिवारी ने कहा कि राजीव जी ने दलबदल कानून, महिला सशक्तिकरण, 18 वर्ष के युवाओं को मताधिकार प्रदान कर मुख्य धारा में शामिल किया । कहा कि राजीव जी ने पंचायती राज संस्थाओं को अधिकार संपन्न बनाने के लिए सत्ता विकेंद्रीकरण की प्रक्रिया की थी । उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए अनेक पहल की थी कि भारत एक आधुनिक एवं समृद्ध राष्ट्र के रूप में 21वीं सदी में प्रवेश करे ।
दो हजार रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की आरबीआई की घोषणा को लेकर तिवारी ने पीएम मोदी की तुलना तुगलक से की जिसका शासन गुमराहियत और विरोधाभासभरा होने के नाम से जाना जाता है । पूर्व विधायक द्वय अनुग्रह नारायण सिंह एवं विजय प्रकाश ने कहा कि राजीव जी ने कंप्यूटरों के इस्तेमाल सहित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए देश को प्रेरित किया । सभा की अध्यक्षता शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन ने किया ।संचालन उ.प्र.कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता किशोर वार्ष्णेय ने किया । जिलाध्यक्ष द्वय सुरेश यादव व अरूण तिवारी, प्रभा शंकर मिश्रा, उज्वल शुक्ला, मुकुंद तिवारी, हरिकेश त्रिपाठी, विवेकानंद पाठक, सुधाकर तिवारी, फुज़ैल हाशमी, संजय तिवारी, ब्रजेंद्र मिश्रा, सुभाष पांडेय, मनोज पासी, परवेज़ सिद्दीकी, डा.सत्या पांडेय, राकेश पटेल, खुशनवेदा फारूकी, विजय यादव, आफरीन सिद्दीकी , प्रदीप द्विवेदी, अनिल कुशवाहा , आशीष पांडेय, अजेंद्र गौढ़, विनय पांडेय , इरशाद उल्ला, चमन रावत , राजीव दुबे, अजय श्रीवास्तव , अब्दुल कलाम, रमेश जायसवाल आदि मौजूद थे ।