प्रयागराज, प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभु श्रीराम के बाल सखा श्रृंग्वेरपुर नरेश निषादराज गुह्य के मूल वंशजों में प्रमुख रूप से प्रयागराज निवासी डॉ० बी.के.कश्यप 319वें वंशज के रूप में जाने जाते है !!
डॉ० कश्यप के अनुसार वंशागति साक्ष्यों व क्षतविक्षत प्रपत्रों से यह ज्ञात होता है कि, इनका ही कुटुंब श्रृंग्वेरपुर राजघराने से मूल संबंध रखते है!
जिसके परिणीति 5 अगस्त 2020, को अयोध्या में श्री राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में श्री तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के माध्यम से औपचारिक आमंत्रित भी किया गया था, जहाँ डॉ० कश्यप सपरिवार शिलान्यास कार्यक्रम में सम्मिलित हो कर, स्वर्णिम युग के साक्षी बनें!
आस्था का केंद्र व पुण्य स्थल श्रृंग्वेरपुरधाम के चतुर्दिक विकास हेतु निषादराज गुह्य के मूल वंशज डॉ०बी.के.कश्यप एवं कुलवधू ने उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री एवं गोरखनाथ मन्दिर के पीठाधीश्वर पूज्य श्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज से पत्राचार के माध्यम से पुनः किया आग्रह
प्रभु श्री राम के सहपाठी श्रृंग्वेरपुर नरेश निषादराज गुह्य के 319 वें पीढ़ी के वंशज डॉ० बी.के.कश्यप व निषादराज गुह्य की कुलवधू रीता निषाद ने एक बार फिर से श्रृंगी श्रृषि की तपोभूमि व आस्था का केंद्र बिंदु श्रृंग्वेरपुर के चतुर्दिक विकास व विस्तार हेतु विस्तृत पत्राचार कर वर्तमान विकास कार्यों की गति से अवगत कराया साथ अन्य विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु आग्रह किया !
डॉ० कश्यप ने वार्ता में बताया कि, श्रृंग्वेरपुरधाम युगों से सांस्कृतिक, सामाजिक व धार्मिक सहिष्णुता का केंद्र रहा है, जहाँ स्वयं निषादराज गुह्य ने अपने अभीष्ट मित्र प्रभु श्रीराम से कहा था कि, प्रभु आपका वनवास अयोध्या से हुआ है हमारे हृदय से नहीं आप हमारे आतिथ्य व आग्रह को स्वीकार कर श्रृंग्वेरपुर में राज्य करें हम सभी आपकी सेवा में सतत् लगे रहेंगे!
त्याग, समर्पण व आस्था हमारे पूर्वजों के रोम रोम में समाहित थे, हम उन्ही के दिखाएं मार्ग पर चलते हुए श्रृंग्वेरपुरधाम को पुनः वैश्विक पटल पर ले जाने हेतु प्रयासरत है जहाँ साधुसन्तो व माननीय मुख्यमंत्री जी के आशीर्वाद की नितांत आवश्यकता है!