प्रयागराज हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व अन्य 71 शहीदों के चेहलुम के दिन नज़दीक आते ही मजलिस मातम जुलूस व शब्बेदारी का दौर अपने शबाब पर है।करैली करैलाबाग़ बख्शी बाज़ार रानीमंडी दरियाबाद सहित तमाम मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कहीं पुरुषों की तो कहीं महिलाओं की दस दिवसीय व सालाना मजलिसें हो रही हैं।सात सितंबर को रानीमंडी इमामबारगाह आज़म हुसैन से सुबहा नौ बजे चेहलुम का जुलूस निकाला जाएगा जो रानीमंडी बच्चा जी धर्मशाला कोतवाली नखास कोहना खुल्दाबाद हिम्मतगंज होते हुए चकिया स्थित करबला जायगा जिसमें मातमी अन्जुमनो द्वारा कोतवाली से नखास कोहना तक तेज़ धार की छूरीयों से लैस ज़ंजीरों व चाकूओ (क़मा) का मातम होगा।कुछ नौजवान खून रहित ज़न्जीरो का मातम भी करते हुए जुलूस में शामिल होंगे।जुलूस में अन्जुमन हुसैनिया क़दीम , अन्जुमन शब्बीरिया अन्जुमन अब्बासिया अन्जुमन अब्बासिया शामिल रहेगी।अन्जुमन मज़लूमिया व अन्जुमन हैदरिया के साथ अन्जुमन आबिदया भी अपने क़दीमी जुलूस को निकालेगी जो ज़न्जीरो से मातम करते हुए करबला जाएगी।
शहादत ए इमाम मूसा ए रज़ा पर निकाला गया ताबूत अलम व ज़ुलजनाह का जुलूस
माहे सफर की १७ को रानीमंडी धर्मशाला के सामने स्थित इमामबाड़ा स्व साबिर हुसैन से अस्सी साल पहले ज़ायर हुसैन द्वारा क़ायम किया गया जुलूस इमाम रज़ा अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ निकाला गया। ज़ैग़म अब्बास ने पुरदर्द मर्सिया पढ़ा तो ज़ाकिरे अहलेबैत रज़ा अब्बास ज़ैदी ने शहादत इमाम मूसा ए रज़ा का तज़केरा किया।शबीह ए ताबूत अलम व ज़ुलजनाह की शबीह गुलाब व चमेली के फूलों से सजा कर ज़ियारत को निकाली गई।अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार के नौहाख्वानो ने पुरदर्द नौहा पढ़ा बुज़ुर्ग मर्सियाख्वानी ज़ायर हुसैन ने सबसे पहले नौहा पढ़ा आज जहां से गया हाय रज़ा ए ग़रीब जुलूस रानीमंडी की गलियों में गश्त करते हुए देर रात कोफ्तग्रान टोला मरहूम मक़सद अली के इमामबारगाह पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ। जुलूस में ज़ायर हुसैन ,ऐजाज़ हुसैन मंज़र कर्रार ,गौहर क़ाज़मी ,वक़ार हुसैन ,काज़िम अब्बास ,अहमद जावेद 'कज्जन' , सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,ज़रग़ाम हैदर ,आसिफ रिज़वी , ज़ामिन हसन आदि शामिल रहे।वहीं करैली की मस्जिद ए खदीजा स्थित रौज़ा ए इमाम रज़ा में हसन आमिर की ओर से आयोजित शहदत की शब में मजलिस को मौलाना ज़ायर हुसैन नक़वी ने खिताब किया।ताबूत व अलम की ज़ियारत के साथ अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार ने नौहा और मातम का नज़राना पेश किया।चक ज़ीरो रोड स्थित इमामबाड़ा डिप्यूटी ज़ाहिद हुसैन से अन्जुमन इमामिया चक की ओर से जुलूस निकाला गया जिसमें रज़ा इस्माईल सफवी की सोज़ख्वानी से मजलिस का आग़ाज़ हुआ मौलाना सफदर अली साहब क़िब्ला ने मजलिस को खिताब किया अन्जुमन शब्बीरिया रानीमंडी,अन्जुमन हुसैनिया क़दीम दरियाबाद, अन्जुमन मज़लूमिया रानीमण्डी, अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार, अन्जुमन अब्बासिया रानीमंडी व अन्जुमन हैदरिया रानीमंडी ने नौहाख्वानी के साथ जुलूस में शिरकत की।ताबूत व अलम भी निकाला गया। नय्यर आब्दी ,अस्करी भाई ,ज़फ़र रज़ा ,एहसन भाई ,अरशद नक़वी आदि शामिल रहे। दरियाबाद में इमामबाड़ा मोजिज़नुमा में शहादत इमाम रज़ा पर मजलिस हुई ताबूत भी निकाला गया। एडवोकेट रज़ा हसनैन की सदारत व नजीब इलाहाबादी के संचालन में नौहा व मातम की सदाओं के बीच बड़ी संख्या में अक़ीदतमन्दों ने शिरकत की।