प्रयागराज। रानीमंडी बच्चा जी धर्मशाला के सामने स्थित इमामबाड़ा मीर हुसैनी में मरहूमा कनीज़ ज़हरा बिन्ते स्व रज़ा अस्करी की मजलिस ए शशमाही में ज़ैग़म अब्बास ने सोज़ख्वानी की तो मौलाना मोहम्मद अली गौहर साहब क़िब्ला ने मॉं की अज़मत बयान कि।कहा मॉं के पैरों के नीचे जन्नत का तसव्वुर कर खिदमत करें।मॉं वह अज़ीम शख्सियत होती है जो नौ माह पेट में पालने के साथ बच्चे के पैदा होने के बाद तक मुसीबतों को बर्दाश्त करते हुए नेक परवरिश करने में मशगूल रहती है और मरने के बाद भी बच्चों को दुआ देती है। मौलाना ने करबला की मॉंओं की अज़मत का भी ज़िक्र किया।
अन्जुमन ग़ुन्चा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार के नौहाख्वानो नेयाज़ुल हसन ,हाशिम बांदवी , सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,हैदर मेंहदी ,सज्जाद करारवी ,सालिस नक़वी ,आबिद ,राहिब हुसैन , मोहम्मद रिज़वी , नाज़िर हुसैन ,वसी हुसैन वसमी ,कैफ अब्बास रिज़वी आदि ने पुरदर्द नौहा पढ़ा और मरहूमा कनीज़ ज़हरा बिन्ते स्व रज़ा अस्करी की मग़फिरत की दुआ की।मजलिस में रिज़वान जव्वादी ,हसनैन अख्तर , मिर्ज़ा अज़ादार हुसैन , ज़ुलक़रनैन आब्दी ,हुसैन रज़ा ,हैदर अली , मक़सूद रिज़वी ,हसन टाईगर ,असग़र अली ,महमूद तैयबापूरी,राग़िब हसन ,हसन आमिर ,ज़ामिन हसन ,मेराज दानिश ,अमन जायसी ,शादाब हुसैन ,सज्जाद नक़वी आदि शामिल रहे।