प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट के क्रिमिनल लॉयर इरशाद पठान ने कहां आजम खान को मैं नहीं जानता हूं मिला भी नहीं हूं,लेकिन जब से मैंने उनके लिए पार्टी के हाई कमान से पूछा तब से ही ऐसे ऐसे,नेताओं सोशल मीडिया पर मेरे पीछे पड़े जैसे आजम खान कोई आतकवादी है।
उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान दिया है,जहा से हजारों छात्र छात्राएं,निकलते है,और देश को मजबूत करते है,देश मजबूत होगा तभी हम और आप मजबूत होगी,सरकार का काम है अपना काम करना,प्रशासन का काम अपना करना तो एक आम नागरिक की भी जिमेदारी होती है क्या सही और क्या गलत, और मैने उनके पार्टी के हाई कमान से पूछा है,क्या मुस्लानो के जान की कोई कीमत नहीं है।
क्या मुस्लमानो को न्याय नही मिलेगा,क्या मुस्लिम सिर्फ वोट के लिए बने है।जब चुनाव आता है,नेताओं को मुस्लिम याद आते है,जब तक जिंदा रहूंगा हक के लिए आवाज उठाता रहूंगा,जब आजम खान सरकार में थे,तब उनके पीछे लोग टिकट और कुर्सी के लिए आगे पीछे दौड़ते थे।आज उनका कोई हाल लेने वाला नहीं है,पार्टी के नेताओ को सिर्फ जाति और धर्म दिखता है,जहां पूरा परिवार जेल में है,वहां एक दिन भी न जाना मिलने दुर्भाग्य की बात है, भी किसी जाति विशेष की बात आती है तो पूरा पार्टी खड़ा होता है,उसे अच्छा तो BJP हैं जो अपने नेताओं के साथ रहती तो है, खैर आने वाला चुनाव बता देगा मुस्लिम वोट की ताकत क्या है।